भौजाई ने ननद से रचाई शादी, समलैंगिक विवाह को लेकर सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
समलैंगिक संबंधों को लेकर भारत जैसे देश में खुले आम चर्चा नहीं होती है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट में समलैंगिक विवाह को लेकर मार्च में सुनवाई होनी है। वहीं बिहार के समस्तीपुर जिले में ननद भौजाई का समलैंगिक विवाह चर्चा का विषय बना हुआ है। समस्तीपुर जिले के ढरहा गांव की शुभकला देवी ने अपनी ननद सोनी देवी से विवाह कर ली। इस विवाह में सहयोग उसके पति प्रमोद दास ने भी दिया। समलैंगिक विवाह के छह महीने बाद कहानी में प्रमोद दास की बड़ी बहन उषा देवी ने ट्विस्ट ला दिया। उषा देवी अपने सगे संबंधियों के साथ गांव से सोनी देवी को अपने साथ लेकर चली गई। रोसरा के एक दुकान में सेल्स का काम करने वाली शुभ कला देवी अपनी तथाकथित पत्नी सोनी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाने रोसरा थाना पहुंच गईं।शुभ कला देवी और सोनी देवी का समलैंगिक विवाह अब दुनिया के सामने आ गया। वही पुलिस ने आवेदन लेकर जांच करने का आश्वासन दे दिया।सोनी के प्यार में बेसुध शुभ कला देवी थाना परिसर में स्थित थानेश्वरी माता के मंदिर में सर पटक पटक कर फोड़ने लगी।शुभ कला देवी सोशल मीडिया के माध्यम से अपने प्यार को पाने के लिए गिर गिरा रही है। लोगों से मदद का गुहार लगा रही है। अपने हाथों में शादी का लाल जोड़ा और फोटो लेकर थाना और कोर्ट का चक्कर लगा रही है। शुभ कला देवी सोनी के वियोग में जान देने की बात कर रही है वही लोगों में समलैंगिक विवाह की चर्चा आम है। कानून के जानकार का कहना है कि भारत में अभी समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा की बेंच ने वर्ष 2018 में एक निर्णय दिया जिसमें धारा 377 में एक संशोधन किया गया , दो वयस्क आपसी सहमति से समलैंगिक संबंध स्थापित कर सकते हैं। इसे अपराध की श्रेणी से हटा दिया गया ।वही समलैंगिक विवाह को स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत मान्यता देने संबंधी याचिका को सुप्रीम कोर्ट में मार्च 2023 में मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच सुनवाई करेगी।