पूर्व विधायक रामबालक सिंह और लाल बाबू सिंह ने कॉन्ट्रैक्ट किलर से कराई विभूति पुर में दोहरी हत्याकांड, समस्तीपुर एसपी विनय तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस में किए खुलासा।
DESK विभूतिपुर के पूर्व मुखिया सुरेंद्र सिंह तथा उनके सहयोगी सत्यनारायण महतो हत्याकांड का खुलासा समस्तीपुर के एसपी विनय तिवारी ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया। दोहरी हत्याकांड विभूतिपुर के पूर्व विधायक रामबालक सिंह और उनके भाई लालबाबू सिंह के द्वारा साजिश के तहत कराई गई। हत्याकांड को भाड़े के कुख्यात अपराधियों ने अंजाम दिया था। जिसे बाहर से बुलाया गया था मुख्य साजिशकर्ता लालबाबू सिंह ने ₹600000 में कॉन्ट्रैक्ट किलर से सुरेंद्र सिंह के हत्या का सौदा किया था। एसपी विनय तिवारी ने बताया कि कुख्यात अपराधी 4 दिन पहले विभूतिपुर पहुंच गए और रामबालक सिंह के आवास पर ही रुके वहीं से उन्होंने पूर्व मुखिया सुरेंद्र सिंह की रेकी की। 19 फरवरी को घटना को अंजाम देने का प्रयास किया लेकिन असफल रहे । अंततः 20 फरवरी को पूर्व मुखिया सुरेंद्र सिंह तथा उनके सहयोगी की चार अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। साजिश के तहत लालबाबू सिंह और पूर्व विधायक रामबालक सिंह 12 फरवरी को ही जिला से बाहर चले गए, ताकि उन पर किसी तरह का शक नहीं किया जा सके। नामजद प्राथमिकी और तकनीकी अनुसंधान में 4 टीमों ने अलग-अलग जांच की जिसमें रामबालक सिंह और लालबाबू सिंह के हत्याकांड में शामिल होने की बात सामने आई। दिल्ली से मुख्य साजिशकर्ता लालबाबू सिंह को गिरफ्तार किया गया पूर्व विधायक पुलिस की पकड़ से बाहर है । चारों शूटरों की पहचान कर ली गई है उनकी गिरफ्तारी के लिए कोलकाता दिल्ली सहित विभिन्न शहरों में छापेमारी की जा रही है। एसपी विनय तिवारी ने हत्या के कारण के संबंध में बताया कि पूर्व मुखिया सुरेंद्र सिंह के पास पूर्व विधायक रामबालक सिंह का एक आपत्तिजनक वीडियो था जिसे सुरेंद्र सिंह अपने सहयोगी के माध्यम से विभिन्न लोगों को दिखा रहे थे जिससे रामबालक सिंह की छवि धूमिल हो रही थी। पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह की पत्नी और रामबालक सिंह की पत्नी पंचायत चुनाव में मुखिया प्रत्याशी थी जिसमें रामबालक सिंह की पत्नी आशा रानी देवी विजय रही थी। हाल ही में पूर्व विधायक रामबालक सिंह की पत्नी आशा रानी जी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था एक बार फिर मुखिया के चुनाव में सुरेंद्र सिंह और रामबालक सिंह के बीच चुनावी घमासान होने के आसार बन रहे थे । सुरेंद्र सिंह के द्वारा आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने से रामबालक सिंह के छवि को नुकसान पहुंच रहा था।