लड़कियों की अधिक उम्र में विवाह ले जा रहा उन्हें गलत राह, कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज का अपमानजनक बयान।
NEWS DESK: सनातन संस्कृति में मठ, मंदिर और बाबा पूजनीय माने जाते हैं। धार्मिक विश्वास के रूप में भक्त यहां पर नतमस्तक रहते हैं। भक्तों के इसी विश्वास का फायदा ढोंगी बाबा उठाते रहे हैं। देश में ढोंगी बाबाओ की फेहरिस्त लंबी है, जिनके कारनामे अक्सर सुर्खियां बनते रहता है। वर्तमान समय में कथा वाचक काफी लोकप्रिय हैं।कथावाचक बाबा की सभा में लाखों की भीड़ उमड़ती है। बाबा उनके सामने धर्म ग्रंथ का प्रवचन करते हैं ऐसे ही एक बाबा अनिरुद्धाचार्य महाराज है, जिन्होंने महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी की है। अनिरुद्ध आचार्य ने अपनी कथा प्रवचन के दौरान महिलाओं की अधिक उम्र में विवाह को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है। महिलाओं पर कथावाचक अनिरुद्ध आचार्य की अपमानजनक टिप्पणी का घोर विरोध हो रहा है। मोटी फीस लेकर कथा कहने वाले कथावाचक देश में नैतिकता के पैरोकार बन बैठते हैं। कथावाचक रामचरितमानस और श्रीमद् भागवत कथा का प्रवचन करते हैं। उनके इन प्रवचनों की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीमिंग होती है, जिससे इन्हें लाखों फॉलोअर मिल जाते हैं वहीं इनकम भी हो जाती है। मध्य प्रदेश के रहने वाले कथावाचक अनिरुद्ध आचार्य महाराज का उत्तर प्रदेश के वृंदावन में गौरी गोपाल आश्रम है। वे भागवत कथा के लिए जाने जाते हैं।उनके प्रवचन को सुनने वालों में अधिकतर महिलाएं होती है। कथावाचक अनिरुद्ध आचार्य के कई वीडियो वायरल है जिसमें महिलाओं के सवालों का जवाब चुटिले अंदाज में देते हैं। कथावाचक अनिरुद्ध आचार्य का यही चुटिला अंदाज महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी की ओर ले जाता है। अनिरुद्द आचार्य महाराज ने महिलाओं के अधिक उम्र में विवाह को लेकर अपमानजनक टिप्पणी किया है। ऐसा नहीं है कि अनिरुद्ध आचार्य ने महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी पहली बार की है। इससे पहले भी उन्होंने महिलाओं पर अपमानजनक टिप्पणी की हैं। आखिर कथावाचक अनिरुद्ध आचार्य के मन में महिलाओं को लेकर ऐसी धारणा क्यों है। महिलाओं के प्रति नकारात्मक सोच रखने वाले कथावाचक आखिर समाज को क्या संदेश देना चाहते हैं। सदियों से भारत में महिलाओं को सम्मान दिया जाता रहा है। उन्हें शक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है।आध्यात्मिक गुरु को इसी परंपरा को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।