कुम्हरार विधानसभा सीट पर जीत का फार्मूला निकाल पाएंगे प्रसिद्ध गणितज्ञ प्रो के सी सिन्हा
NEWS DESK : बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को है.चुनावी घमासान चरम पर है. पटना जिले का कुम्हारार विधानसभा क्षेत्र कायस्थ वोटरों की गोलबंदी से चर्चा में है.कुम्हारार मे बीजेपी ने पांच बार के सीटिंग विधायक अरुण कुमार सिन्हा का टिकट काटकर संजय कुमार गुप्ता को मैदान में उतारा है. वहीँ जन सुराज पार्टी से प्रो के सी सिन्हा चुनावी समर में हैँ. महागठबंधन से कांग्रेस के इंद्रदीप चंद्रवंशी चुनाव लड़ रहे हैँ. कुम्हरार में चुनावी मुकाबला आमने सामने का साफ नज़र आ रहा है. भाजपा के संजय कुमार गुप्ता और जन सुराज पार्टी के प्रो के सी सिन्हा के बीच सीधी टक्कर है. दोनों उम्मीदवारों की नज़र कायस्थ वोटरों पर है. भाजपा का गढ़ रहे कुम्हरार मे कायस्थ वोटरों की संख्या लगभग एक लाख है. कायस्थ को भाजपा का कोर वोटर माना जाता रहा है. कायस्थ बहुल कुम्हारार से भाजपा ने सीटिंग विधायक अरुण कुमार सिन्हा का टिकट काट कर कायस्थ वोटरों की नाराज़गी मोल ले ली. जिसका असर बिहार विधानसभा चुनाव मे कुम्हारार सहित कई सीटों पर देखा जा सकता है. वहीं प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने प्रसिद्ध गणितज्ञ प्रो के सी सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाकर बीजेपी के चुनावी समीकरण मे सेंधमारी कर दिया है. प्रो के सी सिन्हा के समर्थन मे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा खुलकर आ गई है. सोशल मीडिया पर कायस्थ वोटरों से प्रो के सी सिन्हा के लिए समर्थन माँगा जा रहा है. हालांकि प्रो के सी सिन्हा अपने आपको किसी खास जाति से बांधकर नहीं रख रहे हैँ. उनका साफ कहना है कि मेरे छात्र हरेक धर्म और जाति में हैँ, जिनका समर्थन मुझे मिल रहा है. मै समाज के सभी लोगों को साथ लेकर चलने में बिश्वास रखता हूं. जन सुराज पार्टी का अपना समर्थक वर्ग पिछले तीन सालों मे बना है. इसके अलावा मुस्लिम तथा यादव मतदाता पर भी प्रो के सी सिन्हा की नज़र होगी. हालांकि कांग्रेस से इंद्रदीप चंद्रवंशी भी उम्मीदवार हैँ. पटना जिला के शहरी मतदाता का राजनीति मे स्वच्छ छवि के विद्वान उम्मीदवार प्रो के सी सिन्हा के प्रति मिल रहा समर्थन वोटों में कितना तब्दील हो पाता है, यह देखने वाली बात होगी. वहीं भाजपा अपने कायस्थ नेताओं से डैमेज कंट्रोल कराने मे जुटी है. इन सबके बीच चुनाव के दिन ड्राइंग रूम में टीवी स्क्रीन पर फ़िल्म देखकर छुट्टी का मजा लेने वाले कायस्थ मतदाता का प्रो के सी सिन्हा के पक्ष मे घर से बाहर निकलना भी चुनाव परिणाम की दिशा बदल सकता हैं.
