बिहार में मखाना बोर्ड के गठन का वित्त मंत्री का ऐलान
- NEWS DESK: बिहार में मखाना बोर्ड कागठन किया जाएगा ।इसकी घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट प्रस्तुत करते हुए की।उन्होंने कहा कि मखाना बोर्ड के गठन से मखाना उत्पादक किसानों को तकनीकी सहायता के साथ-साथ वित्तीय सहायता भी प्रदान किया जाएगा।मखाना बोर्ड के गठन से किसानों के आय में बढ़ोतरी होगी।वित्त मंत्री की घोषणा से मखाना उत्पादक किसानों में खुशी देखी जा रही है। मखाना उत्पादन में विश्व में भारत का एकाधिकार है वही बिहार मखाना उत्पादन में लगभग 85% उत्पादन करता है। बिहार के मधुबनी, दरभंगा, सहरसा ,मधेपुरा ,पूर्णिया कटिहार, सुपौल ,अररिया ,किशनगंज ,सीतामढ़ी ,शिवहर ,खगड़िया तथा बेगूसराय जिला में मखाना की खेती होती है। मखाना की खेती तालाब तथा खेतों में की जाती है। मखाना विकास बोर्ड के माध्यम से बिहार सरकार किसानों को बेहतर किस्म के बीज उपलब्ध करा रही है। किसानों को बीजों पर 75 प्रतिशत अनुदान मिलता है। मिथिला मखाना को वर्ष 2022 में जी आई टैग मिल चुका है, जिससे मखाना की अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी मांग बढ़ गई है। मखाना उत्पादक किसानों तथा व्यापारियों को भी इससे फायदा हुआ है। मखाना में फाइबर और पोटेशियम जैसे पौष्टिक तत्व पाए जाने के कारण लोगों के भोजन का हिस्सा बन रहा है। बाजार में मखाना की डिमांड रहती है। अच्छी क्वालिटी का मखाना बाजार में 1200रुपए प्रति किलो मिलता है। किसानों के बीच काला सोना कहा जानेवाला मखाना के क्षेत्र में अनुसंधान को गति देने के लिए दरभंगा में राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र स्थापित है। वहीं किसानों तथा व्यापारियों को मखाना बोर्ड के गठन से काफी फायदा होगा। मखाना उत्पादन में दाना से लावा बनाने की प्रक्रिया काफी मेहनत वाला है। विशेषज्ञ किसानों के हित में मखाना प्रोसेसिंग यूनिट लगाए जाने की आवश्यकता बताते हैं।