BiharNationalNewsSamastipur

सांपों के रक्षक को ही डस रहे सांप, सुरक्षा मानक में लापरवाही बन रहा अभिशाप

NEWS DESK: प्राचीन काल से भारत को संपरे का देश कहा जाता रहा है। सांप किसानों के मित्र माने जाते हैं। बिहार में नाग पंचमी के अवसर पर सांपों की पूजा होती है।खुलेआम विषधर सांपों का प्रदर्शन किया जाता है। सांपों की पूजा प्रकृति के रक्षा का संदेश देती है। वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत सांपों की हत्या अपराध की श्रेणी में आता है। लेकिन फिर भी लोग अनजाने में सांपों को मार देते हैं। ऐसे में सांपों के रक्षक बनकर सर्प मित्र काम कर रहे हैं। कहीं भी सांप की जानकारी मिलने पर सर्प मित्र सांपों का रेस्क्यू कर जंगलों में उन्हें छोड़ आते हैं। बंद पड़े घरों में चूहों के बिल में सांप अपना घर बना लेता है। बरसात के मौसम में बिल के पानी से भर जाने पर सांप लोगों के घरों में भी पहुंच जाते हैं। जिसे लोग मार देते हैं। पिछले कुछ वर्षों से सांप के घरों में दिखाई देने पर लोगों के द्वारा सर्प मित्र को बुलाया जाने लगा है। सर्प मित्र सांपों का रेस्क्यू कर खुले स्थानों पर छोड़ देते हैं। आदिम जनजाति इरुला के लोग भी सांपों को पकड़ने में माहिर माने जाते हैं। सांप पकड़ने की कला में पारंगत होने के कारण जनजाति के लोगों की विदेश में भी काफी डिमांड बनी रहती है। भारत में सर्प मित्र को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्हें सुरक्षा मानक के तहत सांपों को पकड़ने की जानकारी दी जाती है। सर्प मित्र सांपों के जीवन रक्षक माने जाते हैं। सोशल मीडिया के जमाने में सर्प मित्र के द्वारा सांपों को पकड़ने के दौरान वीडियो बनवाया जाता है। जिसमें उनके द्वारा सांपों के बारे में बताया जाता है तथा लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जाता है। ताकि वह सांप से डर कर उनको मार ना दें। सोशल साइट पर वीडियो अपलोड होने से सर्प मित्र की कमाई भी हो जाती है।कभी-कभी सांपों के साथ सर्प मित्र का खिलवाड़ भारी पड़ जाता है। उनके द्वारा सुरक्षा के सभी मानकों का प्रयोग नहीं किया जाता है जिससे अक्सर ऐसी घटना घट जाती है जो जानलेवा साबित होती है। बेजुबान जानवर सांप अपने रक्षक के ही जान का दुश्मन बन डस लेता है। सर्प मित्र के द्वारा की जा रही लापरवाही अभिशाप बन रहा है । बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले जय सहनी इलाके में सांपों के रक्षक के रूप में जाने जाते थे। सांपों को पकड़ने के दौरान वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डालते थे। पिछले दिनों सर्प मित्र जय सहनी को कोबरा सांप ने रेस्क्यू करने के दौरान डस लिया जिससे उनकी मौत हो गई। सर्प मित्र जय सहनी के हाथों में दस्ताने नहीं थे जिसके कारण कोबरा ने उन्हें डस लिया। आनन फानन में अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन कोबरा का जहर पूरे शरीर में फैल जाने के कारण जय सहनी की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश के जौनपुर के रहने वाले सर्प मित्र मुरली वाले हौसला भी कोबरा के द्वारा डस लिए गए। कई वर्षों से सांपों का रेस्क्यू करने वाले मुरली वाले हौसला ने भी जय सहनी वाली गलती को दोहरा दिया। वे बिना दस्ताने पहने ही जाल में फंसे कोबरा को निकल रहे थे। इसी दौरान कोबरा ने उनकी उंगली में डस लिया।सर्प मित्र मुरली वाले हौसला को बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया गया।खुशकिस्मत रहे की डॉक्टर के प्रयास से उन्हें बचा लिया गया। सर्प मित्रों के साथ हो रही अनहोनी को सतर्कता बरत कर टाला जा सकता है। इसके लिए सर्प मित्रों का ट्रेंड होना तथा उनके द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन करना आवश्यक है।जिससे सांपों के रक्षक को रेस्क्यू के दौरान अपने जान से हाथ धोने की नौबत नहीं आए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *