बिहार विधानसभा चुनाव मे सब पर भारी, महिलाओं को मिलने वाला दस हज़ारी.
NEWS DESK : बिहार चुनाव के नतीज़ों ने देश की राजनीति को एक नई दिशा दे दिया है. आम आदमी पार्टी ने रेवड़ी बाँटने की शुरुआत दिल्ली मे की, जिसे एन डी ए ने बिहार में आज़माकार ऐतिहासिक सफलता हासिल कर लिया. अन्य राज्यों में भी चुनाव से पहले ऐसे ही तरकीब अपनाये जाने लगे तो कोई आश्चर्य नहीं होगी. जीविका से जुड़ी महिलाओं को चुनाव से ठीक पहले दस हज़ार रूपये खाता मे दिए गए.तथा दो लाख रूपये रोज़गार के लिए दिए जाने का वायदा किया गया. महिलाओं ने भी घरों से बाहर निकलकर नीतीश कुमार के पक्ष में बम्पर मतदान कर मुकाबले को एकतरफा कर दिया. जिसके परिणाम स्वरुप एन डी ए को चुनाव में 202 सीट मिल गया. हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष मे महिला वोटरों का झुकाव एकाएक नहीं हुआ है. पिछले 20 साल में नीतीश कुमार लगातार महिला सशक्तिकरण के लिए काम किये हैं, जिसका फायदा उन्हें मिला है. महिला सशक्तिकरण की दिशा मे पहला बड़ा कदम नीतीश कुमार पंचयात राज व्यवस्था मे महिलाओ को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर उठाए. सी एम नीतीश कुमार के दिए साइकिल के हैंडल से बालिकाओं ने अपने जीवन का कंट्रोल अपने हाथों मे ले लिया. मुख्यमंत्री कन्या प्रोत्साहन योजना, स्कालरशिप योजना,ने छत्राओं को सपनों की उड़ान दिया. सरकारी नौकरी मे महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण ने मुकाम प्रदान किया. जीविका के माध्यम से महिलाओ को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा मिली. वृद्धा अवस्था पेंशन मे 700 रुपये का इज़ाफ़ा भी महिलाओ को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मुरीद बना दिया. कुल मिलाकर बिहार चुनाव मे नीतीश कुमार के लिए महिला ठोस वोट बैंक के रूप मे सामने आयी. नीतीश कुमार की फैन महिला वोटर एन डी ए की जीत की गाड़ी में धुरी बन गई, जिससे एन डी ए की गाड़ी ऐतिहासिक जीत की पटरी पर सरपट दौड़ गई.
